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महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालु, साधु-संत, और पर्यटक प्रयागराज की पवित्र धरती पर संगम स्नान और आध्यात्मिक अनुभव के लिए आने वाले हैं। यहाँ पर ठहरने की योजना बनाना महत्वपूर्ण है ताकि आपकी यात्रा आरामदायक और सुगम हो। इस पृष्ठ पर आपको प्रयागराज में ठहरने, यात्रा, भोजन और घूमने के स्थानों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
प्रयागराज तक पहुँचना बहुत आसान है। यहाँ सड़क, रेल और वायु मार्ग के ज़रिये पहुँचा जा सकता है:
सड़क मार्ग
प्रयागराज देश के मुख्य शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
कई राज्यों से राष्ट्रीय और राज्य राजमार्ग उपलब्ध हैं।
निजी गाड़ियाँ, सरकारी और निजी बसें भी उपलब्ध हैं।
रेल मार्ग
प्रयागराज रेलवे स्टेशन (पूर्व में इलाहाबाद) प्रमुख रेलवे नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
देश के लगभग सभी प्रमुख शहरों से सीधी ट्रेन सेवाएँ उपलब्ध हैं।
कुंभ के दौरान विशेष ट्रेनें चलाई जाती हैं।
वायु मार्ग
प्रयागराज में बम्रौली हवाई अड्डा है, जो लखनऊ और दिल्ली जैसे शहरों से जुड़ा हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय यात्री लखनऊ या वाराणसी हवाई अड्डे के ज़रिए आ सकते हैं।
प्रयागराज में ठहरने के लिए साधारण से लेकर लक्ज़री तक, हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध है। यहाँ आपके बजट और ज़रूरत के अनुसार विकल्प दिए जा रहे हैं:
1. अखाड़ा और साधु-संतों के लिए विशेष व्यवस्था
अखाड़ा क्षेत्रों में तंबू
अखाड़ा परिषद के माध्यम से साधु-संतों के लिए विशेष तंबू उपलब्ध कराए जाते हैं।
यह व्यवस्था पूरी तरह से निःशुल्क होती है।
साधु-संतों के लिए भोजन (अन्न क्षेत्र) और स्नान की भी व्यवस्था रहती है।
धर्मशालाएं और आश्रम
धार्मिक संगठनों द्वारा संचालित धर्मशालाओं में न्यूनतम शुल्क पर ठहरने की व्यवस्था।
प्रमुख धर्मशालाएँ:
श्री रामचंद्र धर्मशाला
गौशाला धर्मशाला
हरिहर आश्रम
2. आम लोगों के लिए ठहरने के विकल्प
होमस्टे
स्थानीय परिवार अपने घर का एक हिस्सा श्रद्धालुओं को ठहरने के लिए उपलब्ध कराते हैं।
यह बजट-फ्रेंडली और सांस्कृतिक अनुभव का अच्छा विकल्प है।
एयरबीएनबी जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर सूचीबद्ध कई होमस्टे उपलब्ध हैं।
होटल और रिसॉर्ट्स
प्रयागराज में विभिन्न बजट के होटल और रिसॉर्ट उपलब्ध हैं।
लक्ज़री विकल्पों में 4-स्टार और 5-स्टार होटल भी शामिल हैं।
लोकप्रिय होटल:
होटल मिलेनियम इन
होटल प्लेजर इन
होटल कान्हा श्याम
एयरबीएनबी
अगर आप अधिक निजी और आरामदायक ठहराव चाहते हैं, तो एयरबीएनबी पर कई आकर्षक विकल्प उपलब्ध हैं।
तंबू और कैम्पिंग
कुंभ क्षेत्र में टेंट सिटी विकसित की जाती है।
यहाँ साधारण तंबू से लेकर लक्ज़री टेंट तक उपलब्ध होते हैं।
ये पूरी तरह सुरक्षित और संगम क्षेत्र के पास होते हैं।
प्रयागराज अपने स्वादिष्ट खाने के लिए भी प्रसिद्ध है। कुंभ के दौरान आप इन खास व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं:
चौरी चौरा समोसा
मसालेदार और कुरकुरा समोसा, हर जगह उपलब्ध।
अल्लू टिक्की चाट
मसालेदार आलू टिक्की, इमली और पुदीने की चटनी के साथ।
बनारसी लस्सी
मिठास भरी लस्सी, गाढ़ी मलाई के साथ।
पेड़ा और खोए की मिठाई
संगम क्षेत्र में बनने वाली विशेष मिठाइयाँ।
पूड़ी-सब्जी
यह कुंभ मेले का सबसे आम और पसंदीदा नाश्ता है।
कुंभ के दौरान आपके पास कुछ समय हो तो इन स्थलों को ज़रूर देखें:
त्रिवेणी संगम
गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का पवित्र संगम।
अकबर का किला
ऐतिहासिक और वास्तुकला का अद्भुत नमूना।
हनुमान मंदिर
लेटे हुए हनुमान जी का यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है।
आनंद भवन
नेहरू परिवार का ऐतिहासिक निवास, जो अब संग्रहालय है।
खुसरो बाग
मुगलकालीन बाग, जहाँ खूबसूरत वास्तुकला के उदाहरण हैं।
प्री-बुकिंग करें:
कुंभ मेले के दौरान बड़ी भीड़ होती है, इसलिए ठहरने के लिए अग्रिम बुकिंग करें।
जरूरी दस्तावेज़ साथ रखें:
पहचान पत्र और बुकिंग विवरण।
सुरक्षा का ध्यान रखें:
पब्लिक प्लेस पर अपने सामान की सुरक्षा पर ध्यान दें।
भोजन और जल शुद्धता:
केवल स्वच्छ और पके हुए भोजन का सेवन करें।