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कुंभ 2025 में आपका हार्दिक स्वागत है!
प्रयागराज, जिसे त्रिवेणी संगम के नाम से भी जाना जाता है, सनातन धर्म के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक है। कुंभ 2025 में, यह पवित्र स्थल दुनिया भर के लाखों भक्तों, साधुओं, और योगियों का स्वागत करने के लिए तैयार है। यह कुंभ केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि आत्मा को शुद्ध करने और मानवता की एकता को दर्शाने का एक अद्वितीय अवसर है।
कुंभ, अमृत मंथन की कथा से प्रेरित, चार पवित्र स्थलों—प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक—में हर 12 साल में आयोजित होता है। इसका मुख्य उद्देश्य आत्मिक शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति है। प्रयागराज का संगम स्थल, जहाँ गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का मिलन होता है, इस उत्सव का केंद्र है।
कुंभ 2025 का थीम “धर्म, एकता और दिव्यता” पर आधारित है, जो सनातन धर्म की स्थायी शिक्षाओं का प्रतीक है।
त्रिवेणी संगम: यहाँ पर स्नान करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
महत्वपूर्ण स्थल: अक्षयवट, हनुमान मंदिर, और भारद्वाज आश्रम।
संस्कृति और इतिहास: यह शहर प्राचीन ऋषियों और संतों की तपोभूमि रहा है।
कल्कि भगवान का आगमन: इस वर्ष की सबसे महत्वपूर्ण घटना, विष्णु के दसवें अवतार, कल्कि भगवान, के दर्शन का विशेष अवसर।
शाही स्नान: 13 अखाड़ों द्वारा संगम में भव्य स्नान।
धार्मिक प्रवचन: प्रमुख संतों और महात्माओं द्वारा आध्यात्मिक सत्र।
योग और ध्यान शिविर: योग और ध्यान से जुड़ने के लिए विशेष कार्यक्रम।
कुंभ में स्नान को मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है। यहाँ पर किए गए स्नान, पूजा, और ध्यान का प्रभाव करोड़ों गुना अधिक होता है।
शाही स्नान तिथियाँ:
पहला शाही स्नान: 14 जनवरी, 2025 (मकर संक्रांति)
दूसरा शाही स्नान: 29 जनवरी, 2025 (पौष पूर्णिमा)
मुख्य शाही स्नान: 17 फरवरी, 2025 (माघ पूर्णिमा)
कुंभ 2025 में प्रवेश के लिए:
ऑनलाइन पंजीकरण: कुंभ 2025 पोर्टल पर।
यात्रा जानकारी: रेलवे, बस और हवाई यात्रा के विकल्प।
आवास की व्यवस्था:
धर्मशालाएँ और तंबू।
ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा।
आपातकालीन सेवाएँ: मेडिकल कैंप और हेल्पलाइन।
भोजन वितरण केंद्र: साधुओं और भक्तों के लिए नि:शुल्क प्रसाद।
सफाई और स्वच्छता: स्वच्छ कुंभ के लिए विशेष अभियान।
कुंभ 2025, एक ऐसा अनुभव है जो न केवल आत्मा को शुद्ध करता है, बल्कि मानवता को धर्म और एकता के सूत्र में बाँधता है। इस दिव्य यात्रा का हिस्सा बनें और भगवान के आशीर्वाद का अनुभव करें।